राकेश सिंह/२२ अप्रैल २०१०
ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होई.
वैसे तो प्रेम के मामले सृष्टि के निर्माण से ही पनपने लगे पर हाल के दिनों में लगता है पूरी दुनियां में इस मामले में काफी खुलापन आया है.फ्रांस के राष्ट्रपति सरकोजी का कार्ला ब्रूनी के साथ प्रेम का मामला हो, या बहुचर्चित मटुक नाथ-जुली प्रकरण,चाँद -फिजा या सानिया-सोहैब के चर्चित प्रेम प्रसंग,पूरी दुनिया ने चटकारे लेकर इन किस्सों पर काफी समय व्यतीत किया है.मधेपुरा जिला में भी अब प्रेम प्रसंगों के मामलों में बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई है.
ग्लोबलाईजेशन का असर इस जिला को भी अपने गिरफ्त में इस कदर लिया है कि अब लड़के-लड़कियां प्यार का इजहार तो खुले आम कर ही रहें है और माता-पिता के राजी नहीं होने पर वे भाग कर भी शादी करने में नहीं चूकते.
ग्लोबलाईजेशन का असर इस जिला को भी अपने गिरफ्त में इस कदर लिया है कि अब लड़के-लड़कियां प्यार का इजहार तो खुले आम कर ही रहें है और माता-पिता के राजी नहीं होने पर वे भाग कर भी शादी करने में नहीं चूकते.
वर्ष २०१० में यदि थानों में दर्ज मामलों पर दृष्टिपात करें तो........
......अभी अप्रैल तक इस तरह के बहुसंख्य मामले दर्ज हो चुके है.अधिकाँश मामलों में भगाई गई लड़की को सूचक ने नाबालिग कहा है और लड़के द्वारा अपहरण की बात कही है.पर जब लड़की बरामद होती है हो मामला बिलकुल उल्टा निकलता है.फरवरी २०१० के ही एक घटना को लें जो मधेपुरा के वार्ड नं० २० गुलजारबाग की है,पिता ने अपनी १५ वर्षीया नाबालिग लड़की रूबी (काल्पनिक नाम) को सिरसिया के खगेश कुमार द्वारा अपहरण कर शादी के लिए बौन्ड बनाने का दबाव डालने का मुकदमा दर्ज कराया.परन्तु रूबी ने न्यायलय के समक्ष कहा कि उसका खगेश के साथ ढाई साल से प्यार चल रहा था.माता पिता ने विरोध प्रकट किया तो वह ट्यूशन के बहाने घर से निकली और सिंघेश्वर मंदिर में १३ फरवरी २०१० को स्वेच्छा से खगेश के साथ शादी कर ली.वह इंटर में पढ़ती है और उसकी उम्र २० वर्ष है.एक अन्य मामला मधेपुरा (भर्राही) थाने का है जिसमे पिता ने इस बाबत मुकदमा दर्ज कराया कि उसकी नाबालिग १५ वर्षीया पुत्री अभिलाषा (काल्पनिक नाम) को उसके गांव हनुमान नगर चौड़ा के ही रोशन कुमार सिंह ने बहला-फुसला कर शादी का प्रलोभन देकर भगा लिया है.यहाँ मामला काफी दिलचस्प निकला जब लड़की न्यायलय में उपस्थित होती है और बताती है कि वह १९ वर्ष की है और स्वेच्छा से पटोरी के सुधीर यादव (रोशन नहीं) के साथ खगडिया चली गई जहाँ उन्होंने २७ जनवरी २०१० को मंदिर में राजी-खुशी से शादी कर लिया.तीसरा मामला तो प्रेम के आगे सामजिक मान्यताओं को भी ताक पर रख देने जैसा है.मधेपुरा थाना में दर्ज मुक़दमे में संगीता (काल्पनिक नाम) ने कहा कि रिश्ते में उसके चचेरे भाई चौसार महेशुआ निवासी मणिकांत उर्फ मुन्ना ने उसके शादी-शुदा होने के बाबजूद ७ अप्रैल २०१० को पिस्तौल सटाकर उससे शादी का दबाव डाला और अपने माता,पिता व् बहन के साथ मिलकर उसका गहना आदि छीन लिया.जबकि अभियुक्त पक्ष ने लड़की द्वारा लड़के को लिखे प्रेम पत्र को न्यायलय में प्रस्तुत किया और बताया कि लड़के पर लड़की द्वारा शादी का अत्यधिक दबाव डाला गया और उसके इनकार करने पर उसे झूठे मुक़दमे में फंसाया गया है.एक अन्य मामले में पुरैनी पीरपांती कैलाश सिंह ने रपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी नाबालिग पुत्री सोनी कुमारी (काल्पनिक नाम) को गांव के ही रामपुकार सिंह ने डरा-धमका कर लौआ लगन में छुपा रखा है,पर सोनी ने न्यायालय को बताया कि वह रामपुकार सिंह से मुहब्बत करती है और वे दोनों स्वेच्छा से भागकर भागलपुर तत्पश्चात दिल्ली चले गए थे.माता-पिता द्वारा झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है,वह रामपुकार सिंह के साथ जाना चाहती है.
......अभी अप्रैल तक इस तरह के बहुसंख्य मामले दर्ज हो चुके है.अधिकाँश मामलों में भगाई गई लड़की को सूचक ने नाबालिग कहा है और लड़के द्वारा अपहरण की बात कही है.पर जब लड़की बरामद होती है हो मामला बिलकुल उल्टा निकलता है.फरवरी २०१० के ही एक घटना को लें जो मधेपुरा के वार्ड नं० २० गुलजारबाग की है,पिता ने अपनी १५ वर्षीया नाबालिग लड़की रूबी (काल्पनिक नाम) को सिरसिया के खगेश कुमार द्वारा अपहरण कर शादी के लिए बौन्ड बनाने का दबाव डालने का मुकदमा दर्ज कराया.परन्तु रूबी ने न्यायलय के समक्ष कहा कि उसका खगेश के साथ ढाई साल से प्यार चल रहा था.माता पिता ने विरोध प्रकट किया तो वह ट्यूशन के बहाने घर से निकली और सिंघेश्वर मंदिर में १३ फरवरी २०१० को स्वेच्छा से खगेश के साथ शादी कर ली.वह इंटर में पढ़ती है और उसकी उम्र २० वर्ष है.एक अन्य मामला मधेपुरा (भर्राही) थाने का है जिसमे पिता ने इस बाबत मुकदमा दर्ज कराया कि उसकी नाबालिग १५ वर्षीया पुत्री अभिलाषा (काल्पनिक नाम) को उसके गांव हनुमान नगर चौड़ा के ही रोशन कुमार सिंह ने बहला-फुसला कर शादी का प्रलोभन देकर भगा लिया है.यहाँ मामला काफी दिलचस्प निकला जब लड़की न्यायलय में उपस्थित होती है और बताती है कि वह १९ वर्ष की है और स्वेच्छा से पटोरी के सुधीर यादव (रोशन नहीं) के साथ खगडिया चली गई जहाँ उन्होंने २७ जनवरी २०१० को मंदिर में राजी-खुशी से शादी कर लिया.तीसरा मामला तो प्रेम के आगे सामजिक मान्यताओं को भी ताक पर रख देने जैसा है.मधेपुरा थाना में दर्ज मुक़दमे में संगीता (काल्पनिक नाम) ने कहा कि रिश्ते में उसके चचेरे भाई चौसार महेशुआ निवासी मणिकांत उर्फ मुन्ना ने उसके शादी-शुदा होने के बाबजूद ७ अप्रैल २०१० को पिस्तौल सटाकर उससे शादी का दबाव डाला और अपने माता,पिता व् बहन के साथ मिलकर उसका गहना आदि छीन लिया.जबकि अभियुक्त पक्ष ने लड़की द्वारा लड़के को लिखे प्रेम पत्र को न्यायलय में प्रस्तुत किया और बताया कि लड़के पर लड़की द्वारा शादी का अत्यधिक दबाव डाला गया और उसके इनकार करने पर उसे झूठे मुक़दमे में फंसाया गया है.एक अन्य मामले में पुरैनी पीरपांती कैलाश सिंह ने रपोर्ट दर्ज कराया कि उसकी नाबालिग पुत्री सोनी कुमारी (काल्पनिक नाम) को गांव के ही रामपुकार सिंह ने डरा-धमका कर लौआ लगन में छुपा रखा है,पर सोनी ने न्यायालय को बताया कि वह रामपुकार सिंह से मुहब्बत करती है और वे दोनों स्वेच्छा से भागकर भागलपुर तत्पश्चात दिल्ली चले गए थे.माता-पिता द्वारा झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है,वह रामपुकार सिंह के साथ जाना चाहती है.
और भी ऐसे कई मामले थाने में दर्ज है जिनसे पता चलता है कि जिले में प्रेम प्रसंग के मामलों में हाल के दिनों में बेतहासा वृद्धि हुई है.शायद उन्होंने बचपन में पढ़े कबीर कि इस दोहे को गाँठ बाँध लिया है कि-
पोथी पढ़ी-पढ़ी जग मुआ पंडित भय न कोईढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होई.
जिले में बेतहाशा बढ़ रही प्रेम प्रसंग की घटनाएं
Reviewed by Rakesh Singh
on
April 22, 2010
Rating:
No comments: